सूर्य ग्रहण कब लगेगा?
इस वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण 21 सितम्बर 2025, रविवार की रात को लगेगा।
यह ग्रहण रात 11:00 बजे से शुरू होकर अगले दिन सुबह 3:23 बजे तक चलेगा।
विशेष बात यह है कि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा।
वैज्ञानिक दृष्टि से सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुँच पाता। यह एक खगोलीय घटना है, जिसे विज्ञान में सामान्य माना जाता है।
धार्मिक दृष्टि से सूर्य ग्रहण
हिंदू शास्त्रों में ग्रहण को विशेष महत्व दिया गया है। माना जाता है कि ग्रहण काल में वातावरण की ऊर्जा अस्थिर हो जाती है। इस दौरान मंत्र-जप और ध्यान करने से उसका फल साधारण समय से कई गुना अधिक मिलता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान और दान-पुण्य करना उत्तम माना जाता है।
आध्यात्मिक दृष्टि से – Maa Lalita Tripura Sundari Ji ka Smaran
शास्त्र कहते हैं कि पूरे ब्रह्मांड की गति माँ की शक्ति से ही संचालित होती है। ग्रहण चाहे सूर्य का हो या चंद्रमा का – सभी ग्रह और नक्षत्र माँ ललिता त्रिपुर सुंदरी जी के अधीन हैं।
ललिता सहस्रनाम में वर्णन है –“भोगमोक्षप्रदा देवी ललिता त्रिपुरसुंदरी।
यस्याः पूजनमात्रेण भक्तः सुखमवाप्नुयात्॥
अर्थात् – माँ की पूजा करने से भक्त को भौतिक सुख (भोग) और आध्यात्मिक मुक्ति (मोक्ष) दोनों प्राप्त होते हैं।
ग्रहण काल में क्या करें?
भोजन और पानी को ढककर रखें। गर्भवती स्त्रियों को विशेष सावधानी रखनी चाहिए।
इस समय “ॐ ऐं ह्रीं श्रीं श्री ललिताम्बिकायै नमः” मंत्र का जप अत्यंत शुभ है। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें और घर में गंगाजल का छिड़काव करें। जरूरतमंदों को दान करें।
Shree Kripa Kendra की विशेष सेवा
शास्त्रों में कहा गया है कि ग्रहण काल में की गई साधना और मंत्र-जप कई गुना फलदायी होते हैं। इसीलिए Shree Kripa Kendra में विद्वान पंडितों द्वारा माँ ललिता त्रिपुर सुंदरी जी की विशेष पूजा आपके नाम और गोत्र से करवाई जाती है। यह सेवा पूरी तरह से बिना किसी शुल्क के, केवल दान-आधारित होती है।
यह पूजा आपके जीवन से ग्रह दोष को शांत करके सुख, समृद्धि और शांति का आशीर्वाद देती है।
निष्कर्ष:-
21 सितम्बर का यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन इसका आध्यात्मिक महत्व अवश्य रहेगा। इस ग्रहण के समय माँ ललिता जी का स्मरण और उनका मंत्र-जप करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और ग्रह दोषों से मुक्ति मिलेगी।
माँ से जुड़िए और अनुभव कीजिए उनकी अद्भुत शक्ति का, जो हमेशा अपने भक्तों का कल्याण करती हैं।