रहस्य की शुरुआत
क्या आपने कभी सोचा है…
क्यों कुछ लोगों की हर इच्छा आसानी से पूरी हो जाती है,
क्यों कुछ लोग हर रुकावट के बावजूद सफलता पा लेते हैं,
और क्यों कई बार मेहनत के बावजूद हमें फल नहीं मिलता?

शास्त्रों का उत्तर है – शक्ति की उपासना।
और शक्ति का सर्वोच्च स्वरूप हैं – माँ ललिता त्रिपुर सुन्दरी जी, जिन्हें आदि शक्ति, राजराजेश्वरी और श्रीविद्या की अधिष्ठात्री कहा गया है।

नवरात्रि के पावन दिनों में की गई माँ ललिता जी की पूजा और श्री यंत्र की प्राण-प्रतिष्ठा साधक के जीवन में हर रुकावट दूर कर देती है और उसकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती है।

माँ ललिता त्रिपुर सुन्दरी जी कौन हैं?
माँ त्रिपुर सुन्दरी जी तीनों लोकों की अधिष्ठात्री देवी हैं।
वे केवल सौंदर्य की देवी ही नहीं, बल्कि ज्ञान, प्रेम और शक्ति की अधिष्ठात्री भी हैं।
ब्रह्मांड पुराण के अनुसार स्वयं भगवान ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान महेश जी भी शक्ति पाने के लिए माँ की उपासना करते हैं।
उन्हें आदि शक्ति कहा गया है क्योंकि वही समस्त देवियों और देवताओं की मूल शक्ति हैं।

नवरात्रि में पूजा का महत्व
नवरात्रि के दिन विशेष रूप से माँ शक्ति के अपने दिन माने जाते हैं।
इन दिनों में की गई पूजा सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना प्रभावशाली होती है।

नवरात्रि में माँ ललिता जी की पूजा करने से:
जीवन की रुकावटें और कठिनाइयाँ दूर होती हैं।
ग्रह दोष और नकारात्मक ऊर्जा शांत हो जाते हैं।
विद्यार्थियों को विद्या और स्मरण शक्ति की प्राप्ति होती है।
परिवार में सुख-शांति आती है।
व्यवसाय और नौकरी में सफलता के मार्ग खुलते हैं।
श्री यंत्र – माँ ललिता जी का ज्यामितीय स्वरूप

माँ ललिता जी का असली स्वरूप श्री यंत्र माना जाता है।
श्री यंत्र को “यंत्रों का राजा” कहा जाता है क्योंकि यह पूरे ब्रह्मांड की शक्तियों का संगम है।

श्री यंत्र की संरचना

इसमें कुल 9 त्रिकोण होते हैं।
4 ऊपर की ओर – भगवान शिव का प्रतीक।
5 नीचे की ओर – माँ शक्ति का प्रतीक।
इन त्रिकोणों के मेल से 43 उप-त्रिकोण बनते हैं।
प्रत्येक त्रिकोण में अलग-अलग देवी-देवताओं का वास है।
केंद्र बिंदु (बिन्दु) पर स्वयं माँ ललिता त्रिपुर सुन्दरी जी विराजती हैं।

यही कारण है कि श्री यंत्र को घर में रखने और उसकी पूजा करने से साधक को ब्रह्मांड की समस्त शक्तियों का आशीर्वाद मिलता है।

श्री यंत्र की प्राण-प्रतिष्ठा – क्यों ज़रूरी है?
सिर्फ श्री यंत्र को घर में रख देने से उसका पूरा प्रभाव नहीं मिलता।
जब विद्वान पंडितों द्वारा विधिपूर्वक प्राण-प्रतिष्ठा की जाती है, तभी वह जीवंत ऊर्जा केंद्र बनता है।

विशेषकर नवरात्रि के दिनों में की गई श्री यंत्र की प्राण-प्रतिष्ठा का ऊर्जा स्तर कई गुना बढ़ जाता है।
इसलिए इन दिनों में किया गया अनुष्ठान साधक के जीवन को बदल सकता है।

श्री यंत्र की पूजा से लाभ
ग्रह दोष और वास्तु दोष का निवारण
धन, ऐश्वर्य और समृद्धि की प्राप्ति
शिक्षा और करियर में प्रगति
परिवार में शांति और प्रेम
नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा
शत्रु और बाधाओं का नाश
दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ
आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष
शास्त्रों से प्रमाण

ब्रह्मांड पुराण कहता है –
माँ त्रिपुरा सुन्दरी की पूजा करने वाले साधक के सभी ग्रह-नक्षत्र अनुकूल हो जाते हैं।

देवी भागवत कहता है –
आदि शक्ति के बिना किसी भी देवता की शक्ति पूर्ण नहीं है।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्र.1 – क्या नवरात्रि में ही श्री यंत्र की स्थापना करनी चाहिए?
हाँ, नवरात्रि सबसे शुभ समय है। इन दिनों की गई प्राण-प्रतिष्ठा का प्रभाव कई गुना होता है।

प्र.2 – क्या यह पूजा ऑनलाइन भी करवाई जा सकती है?
जी हाँ ✅ हमारी संस्तान Shree Kripa Kendra हरिद्वार के श्री यंत्र मंदिर में आपके नाम और गोत्र से पूजा करवाती है।

प्र.3 – क्या इस पूजा का शुल्क है?
नहीं ❌ यह पूरी तरह donation आधारित है। श्रद्धा अनुसार दान स्वीकार किया जाता है।

प्र.4 – क्या विद्यार्थी इस पूजा से लाभान्वित हो सकते हैं?
जी हाँ 🙏 माँ ललिता जी ज्ञान और विद्या की अधिष्ठात्री हैं।

प्र.5 – क्या यह पूजा ग्रह दोष शांत कर सकती है?
जी हाँ ✅ शनि, राहु, केतु जैसे ग्रह भी माँ की कृपा से अनुकूल हो जाते हैं।

निष्कर्ष
इस नवरात्रि, माँ ललिता त्रिपुर सुन्दरी जी की पूजा और श्री यंत्र की प्राण-प्रतिष्ठा करवा कर आप अपने जीवन की हर समस्या का समाधान पा सकते हैं।
चाहे वह शिक्षा हो, धन हो, स्वास्थ्य हो या पारिवारिक सुख – माँ की कृपा से सब संभव है।

माँ की कृपा से असंभव भी संभव हो जाता है।

हमारी विशेष सेवा – Shree Kripa Kendra

हमारी संस्तान हरिद्वार स्थित श्री यंत्र मंदिर में यह विशेष पूजा करवाती है।
विद्वान पंडितों द्वारा विधि-विधान से पूजा सम्पन्न होती है।
पूजा पूरी तरह donation आधारित है।
आपके नाम और गोत्र से श्री यंत्र की प्राण-प्रतिष्ठा की जाती है और वह आपके घर भेजा जाता है।
📞 संपर्क करें: 99-144-166-06